सोमवार, 22 जनवरी 2018

पुरा नाम च तस्यासीद् वसुषेण इति क्षितौ । ततो वैकर्तन: कर्ण कर्मणा तेन सो८भवत् ।१४७।महाभारत

पुरा नाम च तस्यासीद् वसुषेण इति क्षितौ । ततो वैकर्तन: कर्ण कर्मणा तेन सो८भवत् ।१४७।
महाभारत आदि पर्व ६७वाँ अध्याय
पहले कर्ण का नाम- वसुषेण था फिर कवच कुण्डल कटने के कारण वैकर्तन नाम से प्रसिद्ध हुआ।

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