नानी शब्द का जन्म सूत्र सुमेरियन पुरातन कथाओं में वर्णित है ।
ऋग्वेद 9/112/3 पर " कारूर् अहं ततो भिषग् उपल प्रक्षिणी नना " अर्थात् ---मैं कारू कारीगर तात (पिता) वैद्य तथा माता पीसने वाली है ।
नानी शब्द का जन्म सूत्र सुमेरियन पुरातन कथाओं में वर्णित है । ऋग्वेद 9/112/3 पर " कारूर् अहं ततो भिषग् उपल प्रक्षिणी नना " अर्थात् ---मैं कारू कारीगर तात (पिता) वैद्य तथा माता पीसने वाली है ।
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