रविवार, 17 सितंबर 2023

यः कृ॒ष्णः के॒श्यसु॑र स्तम्ब॒ज उ॒त तुण्डि॑कः। अ॒राया॑नस्या मु॒ष्काभ्यां॒ भंस॒सोऽप॑ हन्मसि ॥ जो कृष्ण केशी दैत्य के संहारक हैं।

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