सोमवार, 17 अप्रैल 2023

शास्त्रों में किस प्रकार से जोड़-तोड़ होता है ।यह आनन्द वृन्दावन चम्पू के पुराने और नये संस्करणों से जानों

शास्त्रों में किस प्रकार से जोड़-तोड़ होता है ।
यह आनन्द वृन्दावन चम्पू के पुराने और नये संस्करणों से जानों 

नयी हिन्दी अनुवाद और टीका वाली प्रति में 

संस्कृत का यह श्लोक द्वादश स्तवक का 84-85;वाँ श्लोक हटा दिया गया । जिसमें "शौरिराभीरिकाणां " शूरसेन प्रदेश सी आभीरिकाओं का" " यह अर्थ वृज की। गोपिकाओं को लिए था।

अब नयी अनुवाद और टीकायुक्त प्रति में यह अंश नहीं है।
"न्यञ्चत्कायश्चकित नयनो गोपयन्नङ्गमङ्गैर्गूढस्मेरो वसनमहरच्छौरिराभीरिकाणाम्।

नयी प्रति जिसका लिंक नीचे है।
https://archive.org/details/ananda_vrindavana_champu/page/n464/mode/1up
_________________________________
मूल प्रति आनन्द वृन्दावन चम्पू-
जिसका आर्काइव लिंक नीचे है।

https://epustakalay.com/book/279021-anand-vrindavan-champu-by-karnapoor/

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें