गुरुवार, 8 दिसंबर 2022

व्यास पारसी धर्म के संस्थापक जुरुथुस्त्र के समकालीन-

★अध्याय द्वितीय★

पारसी ग्रंथ (शातीर) मे व्यास जी का उल्लेख है-
अकनु बिरमने व्यासनाम अज हिंद आयद ।  
 दाना कि अल्क निर्वाचित नेरस्त ।।
अर्थात :- “व्यास नाम का एक ब्राह्मण हिन्दुस्तान से आया । वह बड़ा ही चतुर था और उसके सामान अन्य कोई बुद्धिमान नहीं हो सकता !
 पारसियो में अग्नि को पूज्य देव माना जाता है ओर वैदिक ॠति के अनुसार दीपक जलाना, घर बनाना ये सब नौकरी वेदो से पारसियो ने रखी है।

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