★-"इतिहास के बिखरे हुए पन्ने"-★
सोमवार, 11 अक्तूबर 2021
एकलव्यो मुनिश्रेष्ठा निषादैः परिवर्द्धित।वत्सवते त्वपुत्राय वसुदेवः प्रतापवान्।अद्भिर्ददौ सुतं वीरं कौशिकमौरसम्॥१४.२८।इति श्रीब्राह्मपुराणे कृष्णजन्मानुकीर्त्तनं नाम चतुर्दशोऽध्यायः॥ १४ ॥______________
एकलव्यो मुनिश्रेष्ठा निषादैः परिवर्द्धित।
वत्सवते त्वपुत्राय वसुदेवः प्रतापवान्।
अद्भिर्ददौ सुतं वीरं कौशिकमौरसम्॥१४.२८।
इति श्रीब्राह्मपुराणे कृष्णजन्मानुकीर्त्तनं नाम चतुर्दशोऽध्यायः॥ १४ ॥
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