यहूदियों का ब्राह्मणों से कोई सम्बन्ध नहीं!
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वर्तमान काल में कुछ दलित विचारकों में एक भ्रान्ति मूलक अवधारणा प्रतिष्ठित हो कर रह गयी है ।
वे इतिहास को पूर्व दुराग्रह पूर्ण दृष्टि-कोण से समाज में प्रचारित व प्रसारित कर रहे हैं ।
वे दलित विचारक कथित ब्राह्मण को यहूदी के वंशज कहने लगे हैं ।
अब उनके पास कौन सा शोध प्रमाण है ।
जिसके आधार पर वे यह सिद्ध कर सके
कि यहूदी ब्राह्मणों के पूर्वज हैं ।
परन्तु उनके पास कोई ठोस प्रमाण नहीं ।
आपको विश्व-इतिहास के पृष्ठों से ज्ञान भी होगा कि
यहूदी सदीयों से बिखरे थे ना जाने उनका कौन सा देश था ।
परन्तु वे पैलास्टाइन के निवासी थे ।
पालों का स्थान पालस्थान ही कालान्तरण में पैलास्टाइन तथा फलिस्तीन के रूप में हुआ।
सदीयों से यहूदियों पर दुनियाँ की अन्य बर्बर जातियों ने जुल्म ढाया !🎄🎆
ये कभी मिश्र की पहाड़ीयों में भटकते रहे तो कभी कनान के बीहड़ो में पश्चिमीय एशिया में एेसा कौन सा देश और स्थान रहा जहाँ यहूदियों ने प्रवास न किया हो
जर्मनी देश में यहूदियों को यद्दीश भी कहा गया ।
जर्मनी में जितने वैज्ञानिक हुए अलबर्ट आँइन्सटीन -जैसे वे भी यहूदी मूल के थे ।
हिटलर के विषय में इतिहास कार जानते हैं ।
'वह भी यहूदियों से उसी प्रकार घृणा करता था -जैसे
आज के ब्राह्मण यादवों तथा उनके पूर्वज यदु से करते थे ।
1944 के समकक्ष हिटलर ने दस लाख यहूदियों को जहरीले चेम्बर मे डालकर इस लिए मरवाया कि वे देव संस्कृति के या नॉर्डिक स्वीअर जन-जाति से सम्बद्ध नहीं थे ।
आर.एस.एस. के गुरु गोलचक्कर (गोलेलकर) ने हिटलर की यहूदियों के मारने के कारण बहुत तारीफ की थी।
ये सर्वविदित है कि आरएसएस कथित ब्राह्मण का संघटन है प्रमाण के तौर पर गुरु गोलचक्कर के द्वारा लिखा ग्रन्थ "बंच आफ थॉट्स" है
अब सवाल ये उठता है अगर ब्राह्मण यहूदी होते तो यहूदियों को मारने वाले हिटलर यहूदियों को सजातिय बन्धु होने के कारण क्यों मारता।
हिटलर स्वयं को नार्डीक आर्य बोलता था,
और मैनुस (Manus) को अपना आदि पूर्वज कहता ।
उसकी ध्वजा पर स्वास्तिक का चिन्ह सर्व प्रकाशित है ही जिसे हेकेनक्रूज( हुक क्रोस) जर्मन- भाषा में करते हैं
अब दलित चिंतकों को जवाब देना चाहिए कि हिटलर ने यहूदियों को जाति-द्वेष से प्रेरित होकर क्यों मारा?
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