भारत पर प्रथम विदेशी आक्रमण ईरान के हखमनी वंश के राजा पारसीक ने किया था.प्राचीन काल में ईरान को पार्शिया कहते थे.इस वंश का संस्थापक 599 -529 ई.वी साइरस था.साइरस को कुरुष नाम से भी जानते हैं .साइरस ने जेड्रोसिया के रेगिस्तान से होकर भारत पर आक्रमण करने का असफल प्रयास किया था.साइरस के उत्ताराधिकारी दारा प्रथम /दारयवहु ने सिन्धु नदी के तटवर्ती भारतीय को विजित किया था.हेरोडोट्स के अनुसार ईरान साम्राज्य का बीसवाँ प्रान्त था.कम्बोज एवं गंधार पर भी उसका अधिकार था .
यूनान /ग्रीश /मकदूनिया सिंकदर ने विजय अभियान 326 ई.वी में बल्ख (बैक्ट्रिया) जीतने के बाद काबुल होता हुआ .हिन्दूकुश पर्वत पार किया ।
यूरोपीय कम्पनियों का आगमन 15वीं शताब्दी से लेकर 17वीं शताब्दी के बीच हुआ ।
निम्नलिखित यूरोपीय कम्पनियाँ क्रमशः भारत आयी- पुर्तगीज, डच, अंग्रेज, डेनिश, फ्रांसीसी।
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