संस्कृत शब्द तुल्य अंग्रेजी पाणिनि द्वारा प्रयुक्त शब्द
संस्कृत शब्दतुल्य अंग्रेजी पाणिनि द्वारा प्रयुक्त शब्द विशेषणadjective—adverb agreement
महाप्राण -aspirated—
आत्मनेपद- ātmanepada—
विभक्ति -case—
प्रथमा -case 1 (subject)—
द्वितीया-case 2 (object)—
तृतीया-case 3 ("with")—
चतुर्थी-case 4 ("for")—
पञ्चमी-case 5 ("from")—
षष्ठी-case 6 ("of")—
सप्तमी-case 7 ("in")—
संबोधन-case 8 (address)—
causal verb-णिजन्त -
आज्ञा -command mood ।
लोट् समास-compound (word)—
संध्यक्षर-compound vowel एच् संकेत
conditional mood-लृङ् ।
व्यञ्जन -consonant-हल् ।
desiderative-सन्नन्त ।
अनद्यतन-distant future tense लुट् ।
-परोक्षभूत-distant past tense लिट्।
अभ्यास-doubling— द्विवचन ।
dual (number)— द्वन्द्व -dvandva— स्त्रीलिङ्ग -feminine gender— उत्तम-first person— लिङ्ग-gender—
gerundक्त्वान्त grammatical case व्याकरण-grammar ।
मूर्धा ,(तालु)-hard palate— गुरु -heavy (syllable)— intensiveयणन्त।
लघु light (syllable)— ।
ओष्ठ-lip— ।
दीर्घ-long vowel ।
पुंलिङ्ग-masculine gender—
(गुण -medium vowel)— अनुनासिक-nasal— नपुंसकलिङ-्गneuter gender ।
noun ending-सुप् नामधातु noun from verb nounसुबन्त ।
वचन-number कर्मन् -object— विधि-option mood ।
लङ् भविष्यन्-ordinary future tense ।
अनद्यतन भूत ordinary past tense लङ्।
परस्मैपदparasmaipada— participle।
पुरुष person ।
पुरुष बहुवचन plural (number) ।
स्थान point of pronunciation ।
prefix उपसर्ग।
वर्तमानpresent tenseलट्।
कृत् -primary (suffix) ।
सर्वनामन् pronoun— ।
भूत recent past tenseलुङ् ।
ऊष्मन्"s"-sound— —।
sandhi— मध्यम ।
second personमध्यम ।
तद्धित secondary (suffix)— अन्तःस्थ semivowel ।ह्रस्व short vowel— समानाक्षर simple vowel— ।
एकवचन -singular (number)—
कण्ठ soft palate ।
प्रातिपदिक stem (of a noun)— ।
अङ्गstem (of any word)— स्पर्श stop।
वृद्धि strong vowel ।
कर्तृ subject प्रत्यय suffix— अक्षर -syllable। प्रथम -third person— दन्त-tooth उभयपद-ubhayapada ।अल्पप्राण-unaspirated । अव्यय uninflected word अव्यय ।
अघोष unvoiced ।
गण verb class— verb ending-तिङ् ।
उपसर्गverb prefixउपसर्ग ।
धातुverb root— verb तिङन्त verbless sentence घोषवत -voiced— स्वर vowelअच्।
काल और प्रकार (Tense & Moods)
संस्कृत में काल को 'लकार' कहते है..विभिन्न कालों व अवस्थाओं के अनुसार संस्कृत में दस लकार है..
१. लट् २. लिट् ३. लुट् ४. लृट् ५. लेट् ६. लोट७. लङ८. लिङ ९. लुङ् १०.लृङ्
हम इनमे से पाँच का वर्णन कर रहे है..ये है - लट्, लृट्, लङ्, लोट्, विधिलिङ् :---👇
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१. लट्लकार (वर्तमान काल - Present Tense) - पढता है - पठति(reads), लिखता है - लिखति (writes)..
२. लङ् लकार (भुत काल - Past Tense) - पढ़ा (पढ़ चूका) - अपठत् (read), लिखा (लिख चुका) - अलिखत् (wrote)
३.लृट् लकार ( भविष्यत् काल -Future Tense) - पढ़ेगा - पठिष्यति (will read ),लिखेगा -लिखिष्यति (will write )
४. लोट् लकार ( आज्ञार्थक - Imperative Mood ) -
पढो - पठतु (read), लिखो - लिखतु (write), होओं - भवतु (be, become)
५. विधिलिङ् ( विधि आदि - Potential Mood ) - करना चाहिए - कुर्यात् (should do), होना चाहिए - भवेत् ( should be )
जहाँ कर्तव्यों का पालन करने का बोध हो वहाँ इसका प्रयोग होता है ।
yogeshrohi पर 4:15 pm
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