शनिवार, 26 फ़रवरी 2022

भारोपीय स्लाव भाषाएँ-






रूस और यूक्रेन दोनोैं ही देश कभी एक थे और स्लाविक संस्‍कृति के अनुयायियों में थे।

दौनों की भाषा का मूल भारोपीय वर्ग की स्लाविक भाषा है। दौनों देशों के राष्ट्रपति व्लादिमीर हैं।

जो शब्द: वैदिक संस्कृत के (बलितमहर:)का  रूपान्तरण है। 
इन संस्कृतियों में परम्परागत सम्राट को व्लादिमीर नाम ही दिया जाता है।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हैं  
तो यूक्रेन के राष्ट्रपति " व्लादिमीर ज़ेलेस्की हैं।
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It is the perceptual  source of evidence for its existence is provided by:
1-Latin valere "be strong, be well, be worth;"
 2-Old Church Slavonic vlasti "to rule over;"
 3-Lithuanian valdyti "to have power;"
 4-Celtic *walos- "ruler," 
5-Old Irish flaith "dominion," अधिराज्य उपनिवेश 
6-Welsh- gallu "to be able;" 
7-Old English- wealdan "to rule," 
8-Old High German -walt, -wald "power"
(in personal names), 
9-Old Norse valdr "ruler."
10-veidic Sanskrit- balitha( बलिता:)
यह इसके अस्तित्व के प्रमाण का अवधारणात्मक स्रोत है:
जैसे - लैटिन भाषा में "वेलेरे ="मजबूत बनो, अच्छी तरह से बनो, लायक बनो;"
ओल्ड चर्च स्लावोनिक में  vlasti=  बलिष्ठ-"शासन करने के लिए;"
लिथुआनियाई में  valdyti= "शक्ति रखने के लिए;"
सेल्टिक में वालोस- ="शासक,"
ओल्ड आयरिश में फ्लेथ = उपनिवेश,"
वेल्श में  गैलू "सक्षम होने के लिए;"
पुरानी अंग्रेज़ी में  वेल्डन "शासन करने के लिए,"
ओल्ड हाई जर्मन -वाल्ट, -वाल्ड "पावर /बल" (व्यक्तिगत नामों में),
पुराना नॉर्स बाल्डर "शासक।"
वैदिक संस्कृत- बलिष्ठा
_________________
 [ˈvɫadimir]
Владимир • (Vladimir) m
A male given name, equivalent to English Vladimir
Russian-
Alternative forms
Влади́міръ (Vladímir) – Pre-reform orthography (1918)
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Etymology
Borrowed from Old Church Slavonic Владимѣръ (Vladiměrŭ),
from Proto-Slavic *Voldiměrъ (where further etymology is listed).
Synchronically analyzable as 
Old Church Slavonic владь (vladĭ, “power”) 
(which is from Proto-Indo-European *wal वल् /बल्(“be strong”)) + мѣръ (měrŭ, मिहिर-/महर: mere “great”), 
__________________
changed by folk etymology into миръ (mirŭ, “peace”). 

Compare the inherited Old East Slavic Володимѣръ (Volodiměrŭ).
Pronunciation
: [vɫɐˈdʲimʲɪr]
Proper noun
A male given name, equivalent to English- Vladimir
Vladimir (a city, the administrative center of Vladimir Oblast, Russia)
Usage notes
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The Russian male name Влади́мир (Vladímir) is never shortened as Влад (Vlad), common pet forms are Воло́дя (Volódja) or Во́ва (Vóva). Влад (Vlad) is a short form of Владисла́в (Vladisláv) or a name on its own.
Declension
Note: the city name does not have a plural form, or it is never used.

Derived terms 
(male name):
Diminutives:
Воло́дя (Volódja)
Во́ва (Vóva)
Вла́дя (Vládja)
Ла́дя (Ládja)
Ва́дя (Vádja)
Endearing forms:

Воло́денька (Volódenʹka)
Во́вочка (Vóvočka)
Воло́дик (Volódik)
Pejorative forms:

Воло́дька (Volódʹka)
Во́вка (Vóvka)
Patronymics:

Влади́мирович (Vladímirovič), Влади́мирыч (Vladímiryč)
Влади́мировна (Vladímirovna), Влади́мирна (Vladímirna)
Surnames:

Влади́миров (Vladímirov)

Descendants
→ Arabic: فْلَادِيمِير‎ (fladīmir)
→ Armenian: Վլադիմիր (Vladimir)
Chinese:
→ Mandarin: 弗拉基米爾, 弗拉基米尔 (Fúlājīmǐ'ěr)
→ Georgian: ვლადიმერ (vladimer)
→ Greek: Βλαδίμηρος (Vladímiros), Βλαντίμιρ (Vlantímir)
→ Hindi: व्लादिमिर (vlādimir)
→ Japanese: ウラジーミル (Urajīmiru)
→ Korean: 블라디미르 (Beulladimireu)
→ Latvian: Vladimirs
→ Lithuanian: Vladimiras
→ Romanian: Vlad, Vladimir
[ˈvɫadimir]

ладимир • (व्लादिमीर) एम

лади́міръ (व्लादिमीर) - पूर्व-सुधार शब्दावली (1918)

(शब्द व्युत्पत्ति) यह शब्द
ओल्ड चर्च स्लावोनिक ладимѣръ (व्लादिमीर) से उधार लिया गया, और यहाँ भी

प्रोटो-स्लाविक *Voldiměrъ से (जहां आगे व्युत्पत्ति सूचीबद्ध है)।

जैसे- पुराने चर्च स्लावोनिक भाषा में владь (व्लाद, "बल") (जो प्रोटो-इंडो-यूरोपियन *वाल ​​("मजबूत बनें") से है) + мѣръ (měrŭ, "महान") के रूप में समकालिक रूप से विश्लेषण योग्य है।

लोक व्युत्पत्ति द्वारा  यह миръ (mirŭ, "शांति")अर्थ में बदल दिया गया।

विरासत में मिले ओल्ड ईस्ट स्लाविक олодимѣръ (Volodiměrŭ) की तुलना करें।

व्लादिमीर (एक शहर, व्लादिमीर ओब्लास्ट, रूस का प्रशासनिक केंद्र)
उपयोग टिप्पणी-
रूसी पुरुष नाम лади́мир (व्लादिमीर) को कभी भी лад (व्लाद) के रूप में छोटा नहीं किया जाता है,।
 आम पालतू रूप Воло́дя (वोलोड्जा) या о́ва (वोवा) हैं। 
лад (व्लाद) Владисла́в (व्लादिस्लाव) का संक्षिप्त रूप है या अपने आप में एक नाम है।
_________________
→ जापानी: (उराजोमिरु)
→ कोरियाई: 블라디미르 (बेउलादिमीरु)
→ लातवियाई: व्लादिमीर
→ लिथुआनियाई: व्लादिमीरस
→ रोमानियाई: व्लाद, व्लादिमीर
________________________
оло́дик (वोलोडिक)
अपमानजनक रूप:

воло́дька (वोलोडिका)
о́вка (वोव्का)
पेट्रोनामिक्स:

лади́мирович (व्लादिमिरोविच), лади́мирыч (व्लादिमिर्य)
лади́мировна (व्लादिमिरोवना), лади́мирна (व्लादिमिरना)
उपनाम:

лади́миров (व्लादिमिरोव)
वंशज -
→ अरबी: لَادِيمِير‎ (fladīmir)
→ अर्मेनियाई: (व्लादिमीर)
चीनी:
→ मंदारिन: , (फ़िलाज्मीर)
→ जॉर्जियाई: (व्लादिमर)
→ ग्रीक: Βλαδίμηρος (व्लादिमिरोस), Βλαντίμιρ (व्लांटिमिर)
→ हिंदी: व्लादिमिर (व्लादिमीर)
→ जापानी: (उराजोमिरु)
→ कोरियाई: 블라디미르 (बेउलादिमीरु)
→ लातवियाई: व्लादिमीर
→ लिथुआनियाई: व्लादिमीरस
→ रोमानियाई: व्लाद, व्लादिमीर
______________________________________रूस और यूक्रेन विवाद क्या है

बात साल 2014 की है। जब रूस ने यूक्रेन में स्थित क्रिमिया को हमला कर के अपनी सीमा में मिला लिया था। इसके बाद से रूस और यूक्रेन संबंधों में तनाव आ गए। आपको बता दे कि यूएसएसआर से साल 1991 में अलग होने के बाद भी यूक्रेन रूस के पक्ष में खड़ा रहता था। 

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रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे वर्तमान विवाद की मुख्य वजह नाटो है। 4 अप्रैल,1949 को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन यानि नाटो का जन्म हुआ था। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद बने इस संगठन को अमेरिका द्वारा बारह देशों के समर्थन से बनाया गया था। मूलतः नाटो वेस्टर्न कंट्रीज और यूएसए के बीच बना एक सैन्य गठबंधन है। इसका मूल उद्देश्य सोवियत संघ के खिलाफ एकजुट रहना और सोवियत संघ के विस्तार पर रोक लगाना था।

अब मौजूदा हालत ये है कि यूक्रेन नाटो का सदस्य बनने की इच्छा रखता है पर रूस इस बात के विरुद्ध है। रूस का कहना है कि ये उसके लिए नागवार है कि उसका पड़ोसी राष्ट्र नाटो की सदस्यता ग्रहण करे।

नाटो क्या है-

उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन यानि नाटो अमेरिका, ब्रिटेन जैसे 30 देशों का एक सैन्य समूह है। 

द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अमेरिका ने इसकी नींव रखी थी।

 तब इसका मुख्य उद्देश्य सोवियत संघ के विस्तार पर रोक लगाना था।

 वर्तमान स्थिति ये है कि लातविया, इस्तोनिया जैसे देश नाटो में शामिल हो चुके हैं। 

अब यूक्रेन के नाटो से जुड़ जाने से रूस के लिए चुनौती बढ़ जाएगी। अमेरिका समेत पश्चिमी देश उस पर दवाब बना पाएंगे। 

गौर करने वाली बात ये भी है कि अगर यूक्रेन नाटो से जुड़ा तो इस संगठन के समझौते के तहत इसके सभी सदस्य यानि तीस देश यूक्रेन को सैन्य बल देंगे और एक साथ मिल कर रूस पर हमला भी कर पाएंगे।

यूक्रेन के नाटो से जुड़ने की इच्छा के पीछे एक बड़ी वजह है। यूक्रेन कभी भी अपने बलबूते रूस का सामना नहीं कर पाएगा।

 यूक्रेन के पास रूस जैसी विशाल सेना और आधुनिक हथियार मौजूद नहीं हैं। 2.9. मिलियन से अधिक सैन्य बल वाले रूस का सामना करने के लिए यूक्रेन के पास साधन नही हैं।

इसलिए अपनी स्वतंत्रता की खातिर यूक्रेन नाटो का सदस्य बनना चाहता है। 

रूस और यूक्रेन विवाद में अमेरिका की भूमिका -

रूस और यूक्रेन संबंधित विवाद में अमेरिका की बड़ी भूमिका है।

 रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिका ने तीन हज़ार सैनिक यूक्रेन की धरती पर भेजा है। 

कहा जा रहा है कि अमेरिका ने यूक्रेन की मदद करने की बात की है। 

कुछ सूत्रों की माने तो अमेरिका अफगानिस्तान और ईरान में मिली नाकामी को भुनाने के लिए इस मुद्दे को तूल दे रहा है। 

अफगानिस्तान से सेना बुलाने के बाद अमेरिका के सुपर पावर इमेज को धक्का लगा है। इस प्रकरण के बाद अमेरिका अपनी छवि सुधारने में लगा है।

जैसा की हमने आपको बताया की रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे विवाद में अमेरिका का भी भूमिका है. दरअसल हालही में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने विश्व को संबोधित करते हुए ये कहा है कि रूस अब वेस्ट कंट्रीज के साथ व्यापार नहीं कर सकता है, और वहां से उसे जो सहायता मिलती है वह भी मिलनी बंद हो जाएगी. और साथ ही रूस की 2 वित्तीय संस्थानों में प्रतिबध भी लगा दिया गया है. और साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि रूस पीछे नहीं हटता है तो वह अगले फैसले के लिए तैयार रहे.

रूस और यूक्रेन की भौगोलिक स्थिति 

रूस यूक्रेन से 28 गुना ज्यादा बड़ा है। जनसंख्या के मामले में भी यूक्रेन रूस से मात खाता है। रूस और यूक्रेन दोनो ही गैस और तेल संबंधी रिसोर्सेज में धनी हैं। यूक्रेन बेलारूस, ब्लैक सी, सी ऑफ अजोव, हंगरी, मोल्दोवा, रोमानिया, रूस, पोलैंड और स्लोवाकिया से अपनी सीमाएं बांटता है।

  1. यूक्रेन की सीमा पश्चिम में यूरोप और पूर्व में रूस से जुड़ी है। 1991 तक यूक्रेन पूर्ववर्ती सोवियत संघ का हिस्सा था। 
  2. रूस और यूक्रेन के बीच तनाव नवंबर 2013 में तब शुरू हुआ जब यूक्रेन के तत्कालीन राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच का कीव में विरोध शुरू हुआ। जबकि उन्हें रूस का समर्थन था।
  3. यानुकोविच को अमेरिका-ब्रिटेन समर्थित प्रदर्शनकारियों के विरोध के कारण फरवरी 2014 में देश छोड़कर भागना पड़ा।
  4. इससे खफा होकर रूस ने दक्षिणी यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्जा कर लिया। इसके बाद वहां के अलगाववादियों को समर्थन दिया। इन अलगाववादियों ने पूर्वी यूक्रेन के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया। 
  5. 2014 के बाद से रूस समर्थक अलगाववादियों और यूक्रेन की सेना के बीच डोनबास प्रांत में संघर्ष चल रहा था। 
  6. इससे पहले जब 1991 में यूक्रेन सोवियत संघ से अलग हुआ था तब भी कई बार क्रीमिया को लेकर दोनों देशों में टकराव हुआ। 
  7. 2014 के बाद रूस व यूक्रेन में लगातार तनाव व टकराव को रोकने व शांति कायम कराने के लिए पश्चिमी देशों ने पहल की। फ्रांस और जर्मनी ने 2015 में बेलारूस की राजधानी मिन्स्क में दोनों के बीच शांति व संघर्ष विराम का समझौता कराया। 
  8. हाल ही में यूक्रेन ने नाटो से करीबी व दोस्ती गांठना शुरू किया। यूक्रेन के नाटो से अच्छे रिश्ते हैं। 1949 में तत्कालीन सोवियत संघ से निपटने के लिए नाटो यानी 'उत्तर अटलांटिक संधि संगठन' बनाया गया था। यूक्रेन की नाटो से करीबी रूस को  नागवार गुजरने लगी। 
  9. अमेरिका और ब्रिटेन समेत दुनिया के 30 देश नाटो के सदस्य हैं। यदि कोई देश किसी तीसरे देश पर हमला करता है तो नाटो के सभी सदस्य देश एकजुट होकर उसका मुकाबला करते हैं। रूस चाहता है कि नाटो अपना विस्तार न करे। राष्ट्रपति पुतिन इसी मांग को लेकर यूक्रेन व पश्चिमी देशों पर दबाव डाल रहे थे।
  10. आखिरकार रूस ने अमेरिका व अन्य देशों की पाबंदियों की परवाह किए बगैर गुरुवार को यूक्रेन पर हमला बोल दिया। अब तक तो नाटो, अमेरिका व किसी अन्य देश ने यूक्रेन के समर्थन में जंग में कूदने का एलान नहीं किया है।
  11. वे यूक्रेन की परोक्ष मदद कर रहे हैं, ऐसे में  कहना मुश्किल है कि यह जंग क्या मोड़ लेगी। यदि यूरोप के देशों या अमेरिका ने रूस के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई की तो समूची दुनिया के लिए मुसीबत पैदा हो सकती है। 
★-मुख्य रूप से स्लाव लोगों या उनके वंशजों द्वारा बोली जाने वाली इंडो-यूरोपीय भाषाएँ हैं। माना जाता है कि वे प्रारंभिक मध्य युग के दौरान बोली जाने वाली प्रोटो-स्लाविक नामक एक प्रोटो-भाषा से उतरते हैं।

★जो बदले में पहले प्रोटो-बाल्टो-स्लाविक भाषा से उतरा माना जाता है।
स्लाव भाषाओं को बाल्टिक भाषाओं से जोड़ता है। 

इंडो-यूरोपीय परिवार के भीतर बाल्टो-स्लाविक समूह हैं।
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स्लाव भाषाओं का वितरण 

पूरे मध्य यूरोप , पूर्वी यूरोप और दक्षिण पूर्व यूरोप के साथ ही मध्य एशिया और उत्तरी एशिया ( साइबेरिया ) में है ।

भाषाई वर्गीकरण
भारोपीय
बाल्टो-स्लाविक
स्लाव
आद्य-भाषा
आद्य-स्लाव
उप विभाजनों
पूर्वी स्लाविक
दक्षिण स्लाविक
पश्चिम स्लाविक आदि के रूप में है ।
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उन देशों के साथ यूरोप का राजनीतिक मानचित्र जहां एक स्लाव भाषा एक राष्ट्रीय भाषा है।

  पूर्वी स्लाव भाषाएं
  दक्षिण स्लाव भाषाएँ
  पश्चिम स्लाव भाषाएँ
स्लाव भाषाएं पारंपरिक रूप से (अर्थात अतिरिक्त भाषाई विशेषताओं के आधार पर) तीन उपसमूहों में विभाजित हैं:
पूर्व , दक्षिण और पश्चिम , जो एक साथ 20 से अधिक भाषाओं का गठन करते हैं। 

इनमें से 10 के पास कम से कम दस लाख बोलने वाले और आधिकारिक दर्जा उन देशों की राष्ट्रीय भाषाओं के रूप में है जिनमें वे मुख्य रूप से बोली जाती हैं:
 रूसी , बेलारूसी और यूक्रेनी (पूर्वी समूह के अन्तर्गत हैं।),

पोलिश , चेक और स्लोवाक (पश्चिम समूह के अन्तर्गत है) 
और बल्गेरियाई और मैसेडोनियन (दक्षिण समूह की पूर्वी बोलियाँ), और सर्बो-क्रोएशियाई और स्लोवेन (दक्षिणी समूह की पश्चिमी बोलियों के अन्तर्गत हैं ।
इसके अलावा, अलेक्सांद्र डुलिचेंको कई स्लाव सूक्ष्म भाषाओं को पहचानता है : दोनों अलग-थलग नृवंशविज्ञान और अधिक अच्छी तरह से स्थापित स्लाव भाषाओं की परिधीय बोलियाँ हैं।

मूल रूप से बोली जाने वाली स्लाव भाषाओं के वर्तमान भौगोलिक वितरण में बाल्कन , मध्य और पूर्वी यूरोप और पश्चिमी साइबेरिया से लेकर रूसी सुदूर पूर्व तक सभी शामिल हैं 
______________     

इसके अलावा, कई स्लाव लोगों के प्रवासी ने पूरी दुनिया में अपनी भाषाओं के बोलने वालों के अलग-अलग अल्पसंख्यकों की स्थापना की है।

इक्कीसवीं सदी के मोड़ पर सभी स्लाव भाषाओं के बोलने वालों की संख्या का अनुमान 315 मिलियन था।
______________
यह यूरोप का सबसे बड़ा जातीय-भाषाई समूह है।

शाखा-
बाल्टो-स्लाव भाषा का पेड़।
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स्लाव और बाल्टिक भाषाओं का नृवंशविज्ञान 
अंतर्युद्ध काल के बाद से, विद्वानों ने पारंपरिक रूप से स्लाव भाषाओं को भौगोलिक और वंशावली सिद्धांत के आधार पर, और लिपि की अतिरिक्त भाषाई विशेषता के उपयोग के साथ, तीन मुख्य शाखाओं, अर्थात् पूर्व, दक्षिण और पश्चिम (सहूलियत से) में विभाजित किया है। 
______

अकेले भाषाई विशेषताओं में, स्लाव भाषाओं की केवल दो शाखाएँ हैं, अर्थात् उत्तर और दक्षिण  इन तीन पारंपरिक शाखाओं में निम्नलिखित में से कुछ उप-शाखाएं हैं:
________
-पूर्वी स्लाव
२-रूसी
३-यूक्रेनी
४-रुसिन (अक्सर यूक्रेनी की बोली के रूप में देखा जाता है)
५-बेलारूसी
६-दक्षिण स्लाविक
७-पूर्व का बल्गेरियाई
८-मेसीडोनियन
९-पुराना चर्च स्लावोनिक
१०-वेस्टर्न
११-सर्बो-क्रोशियाई
१२-सर्बियाई
१३-क्रोएशियाई
१४-बोस्नियाई
१५-मोंटेनिग्रिन
१६-बर्गेनलैंड क्रोएशियाई
१७-स्लोवेनियाई
१८-पश्चिम स्लाविक
१९-चेक-स्लोवाकी
२०-चेक
२१-स्लोवाकी
२२-लेचिटिक
२३-पोलिश
२४-सिलेसियन (अक्सर पोलिश की बोली के रूप में देखा जाता है)

काशुबियन
पोलाबियन
सॉर्बियन
ऊपरी सोरबियन
निचला सॉर्बियन
कुछ भाषाविदों का अनुमान है कि उत्तरी स्लाव शाखा भी अस्तित्व में है।

पुरानी नोवगोरोड बोली इस समूह की कुछ विशिष्टताओं को प्रतिबिंबित कर सकती है।
______
पश्चिम, पूर्व और दक्षिण शाखाओं को निर्धारित करने में पारस्परिक सुगमता भी एक भूमिका निभाती है। 
एक ही शाखा के भीतर भाषाओं के बोलने वाले ज्यादातर मामलों में कम से कम आंशिक रूप से एक-दूसरे को समझने में सक्षम होंगे, लेकिन वे आम तौर पर शाखाओं में असमर्थ होते हैं (जो कि स्कॉट्स के अलावा किसी भी अन्य जर्मनिक भाषा को समझने की कोशिश कर रहे मूल अंग्रेजी बोलने वाले के बराबर होगा )।

पूर्व, दक्षिण और पश्चिम स्लाव शाखाओं के बीच सबसे स्पष्ट अंतर मानक भाषाओं की शब्दावली में हैं: पश्चिम स्लाव भाषाएं (और पश्चिमी दक्षिण स्लाव भाषाएं - क्रोएशियाई और स्लोवेन ) लैटिन लिपि में लिखी गई हैं।

 और अधिक पश्चिमी यूरोपीय हैं उनकी निकटता और वक्ताओं के ऐतिहासिक रूप से रोमन कैथोलिक होने के कारण प्रभाव , जबकि पूर्वी स्लाव और पूर्वी दक्षिण स्लाव भाषाएं सिरिलिक लिपि में लिखी गई हैं और पूर्वी रूढ़िवादी या यूनीएट विश्वास के साथ, अधिक ग्रीक प्रभाव पड़ा है। 

हालाँकि, रूसी जैसी पूर्वी स्लाव भाषाओं ने पीटर द ग्रेट के यूरोपीयकरण अभियान के दौरान और बाद में लैटिन, फ्रेंच, जर्मन और इतालवी मूल के कई शब्दों को अवशोषित किया है।
______________
स्लाव भाषाओं का त्रिपक्षीय विभाजन प्रत्येक भाषा की बोली जाने वाली बोलियों को ध्यान में नहीं रखता है । 

इनमें से, कुछ तथाकथित संक्रमणकालीन बोलियाँ और संकर बोलियाँ अक्सर अलग-अलग भाषाओं के बीच की खाई को पाटती हैं, जो समानताएँ दिखाती हैं जो स्लाव साहित्यिक (यानी मानक) भाषाओं की तुलना करते समय अलग नहीं होती हैं।
_________
 उदाहरण के लिए, स्लोवाक (वेस्ट स्लाविक) और यूक्रेनी (ईस्ट स्लाविक) को पूर्वी स्लोवाकिया और पश्चिमी यूक्रेन की रूसी भाषा / बोली द्वारा पाटा गया है। 

इसी तरह, क्रोएशियाई काजकावियन बोली मानक क्रोएशियाई भाषा की तुलना में स्लोवेन के समान है।

यद्यपि स्लाव भाषाएं इंडो-यूरोपीय भाषा परिवार के किसी भी अन्य समूह की तुलना में बाद में एक सामान्य प्रोटो-भाषा से अलग हो गईं ; विभिन्न स्लाव भाषाओं के वक्ताओं के बीच संचार को कठिन बनाने के लिए विभिन्न स्लाव बोलियों और भाषाओं के बीच पर्याप्त अंतर मौजूद हैं।

अलग-अलग स्लाव भाषाओं के भीतर, बोलियाँ कुछ हद तक भिन्न हो सकती हैं, जैसे कि रूसी, या बहुत अधिक मात्रा में, जैसे स्लोवेनियाई।
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इतिहास-★
मुख्य लेख: स्लाव भाषाओं का इतिहास
यह भी देखें: प्रोटो-स्लाव भाषा , प्रोटो-स्लाविक का इतिहास , और प्रोटो-बाल्टो-स्लाव भाषा
सामान्य जड़ें और वंश से सम्बन्धित है।

कांस्य युग ( सफेद ) में बाल्टो-स्लाविक वक्ताओं से संबंधित प्रस्तावित साक्ष्य हैं ।
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स्लाव भाषाएं प्रोटो-स्लाविक से निकलती हैं , उनकी तत्काल मूल भाषा , अंततः प्रोटो-बाल्टो-स्लाव चरण के माध्यम से, सभी इंडो-यूरोपीय भाषाओं की पूर्वज भाषा, प्रोटो-इंडो-यूरोपीय से निकलती है।
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 प्रोटो-बाल्टो-स्लाविक काल के दौरान ध्वन्यात्मकता, आकृति विज्ञान, लेक्सिस और वाक्य रचना में कई विशिष्ट आइसोग्लो-स समवाक्य विकसित हुए, जो स्लाव और बाल्टिक को सभी इंडो-यूरोपीय शाखाओं से निकटत्तम संबंधित बनाता है। 

प्रोटो-स्लाविक के लिए पूर्वज बाल्टो-स्लाव बोली का अलगाव पुरातात्विक और ग्लोटोक्रोनोलॉजिकल (कालानुक्रमिक) मानदंडों पर अनुमानित है।
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जो 1500-1000 ईसा पूर्व की अवधि में हुआ था।
बाल्टिस्टों का एक अल्पसंख्यक समूह इस विचार को बनाए रखता है कि भाषाओं का स्लाव समूह पड़ोसी बाल्टिक समूह ( लिथुआनियाई , लातवियाई और अब-विलुप्त पुरानी प्रशिया ) से इतना मौलिक रूप से भिन्न है कि वे प्रोटो के टूटने के बाद एक मूल भाषा साझा नहीं कर सकते थे। 
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-भारत-यूरोपीय सातत्य लगभग पांच सहस्राब्दी पहले था । 

पिछले तीन दशकों में हुई बाल्टो-स्लाव उच्चारण विज्ञान में पर्याप्त प्रगति हुई, हालांकि, आजकल इस दृष्टिकोण को बनाए रखना बहुत कठिन है,।

खासकर जब कोई मानता है कि कोई "प्रोटो-बाल्टिक" भाषा नहीं थी और पश्चिम बाल्टिक और पूर्वी बाल्टिक अलग-अलग हैं तब 
ये एक दूसरे से उतना ही अलग हैं जितना कि उनमें से प्रत्येक प्रोटो-स्लाविक से स्वयं को अलग करती है।
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ऑर्थोडॉक्स स्लावों पर ओल्ड चर्च स्लावोनिक का थोपना अक्सर स्थानीय भाषा की कीमत पर होता था । 

एक प्रमुख इंडो-यूरोपीय भाषाविद् डब्ल्यूबी लॉकवुड कहते हैं।

"यह ( ओसीएस ) आधुनिक समय में उपयोग में रहा, लेकिन जीवित, विकसित भाषाओं से अधिक से अधिक प्रभावित हुआ, जिससे कि बल्गेरियाई, सर्बियाई और रूसी किस्मों को अलग किया जा सके।
इनका उपयोग ऐसे मीडिया ने साहित्यिक उद्देश्यों के लिए स्थानीय भाषाओं के विकास में बाधा डाली, और जब वे प्रकट होते हैं तो पहले प्रयास आमतौर पर कृत्रिम रूप से मिश्रित शैली में होते हैं।

यूरोपीय विद्वान -कवुड ने यह भी नोट किया कि इन भाषाओं ने अमूर्त अवधारणाओं की शब्दावली के लिए चर्च स्लावोनिक पर चित्रण करके खुद को "समृद्ध" किया है।

कैथोलिक देशों की स्थिति, जहाँ लैटिन अधिक महत्वपूर्ण थी, भिन्न थी। पोलिश में पुनर्जागरण कवि जान कोचानोव्स्की और 16 वीं शताब्दी के क्रोएशियाई बारोक लेखकों ने अपने-अपने स्थानीय भाषाओं में लिखा था।

हालांकि पोलिश ने लैटिन पर उसी तरह से काफी हद तक आकर्षण किया था जिस तरह से रूसी अंततः चर्च स्लावोनिक पर आकर्षित होगा।

14 वीं सदी के नोवगोरोडियन बच्चे इतने साक्षर थे कि वे एक-दूसरे को बर्च की छाल पर लिखे पत्र भेज सकते थे ।
हालांकि चर्च स्लावोनिक ने स्थानीय साहित्य को बाधित किया , इसने स्लावोनिक साहित्यिक गतिविधि को बढ़ावा दिया और बाहरी प्रभावों से भाषाई स्वतंत्रता को बढ़ावा दिया। 

केवल क्रोएशियाई स्थानीय भाषा की साहित्यिक परंपरा लगभग उम्र में चर्च स्लावोनिक से मेल खाती है। 

यह  यूरोपीयविद  विनोदोल कोडेक्स के साथ शुरू हुआ और 1830 में क्रोएशियाई के संहिताकरण तक पुनर्जागरण के माध्यम से जारी रहा ।
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हालांकि 1300 और 1500 के बीच का अधिकांश साहित्य स्थानीय भाषा और चर्च स्लावोनिक के समान मिश्रण में लिखा गया था जैसा कि रूस और अन्य जगहों पर प्रचलित था।

क्रोएशियाई साक्षरता का सबसे महत्वपूर्ण प्रारंभिक स्मारक 11 वीं शताब्दी के अंत से बैका टैबलेट है।

यह एक बड़ी पत्थर की गोली है जो कि क्रक के क्रोएशियाई द्वीप पर सेंट लुसी, जुरांडवोर के छोटे चर्च में पाई जाती है , जिसमें ज्यादातर
काकावियन बोली में कोणीय क्रोएशियाई ग्लैगोलिटिक लिपि में लिखा गया पाठ होता है। डबरोवनिक की स्वतंत्रता ने परंपरा की निरंतरता की सुविधा प्रदान की।
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10वीं-11वीं शताब्दी कोडेक्स ज़ोग्राफेंसिस , ओल्ड चर्च स्लावोनिक का विहित स्मारक
अधिक हाल के विदेशी प्रभाव स्लाव भाषाओं में समान सामान्य पैटर्न का पालन करते हैं और स्लाव के राजनीतिक संबंधों द्वारा शासित होते हैं।

17 वीं शताब्दी में, बुर्जुआ रूसी ( डेलोवोई जज़ीक ) ने रूसियों और रूस में जर्मन बसने वालों के समुदायों के बीच सीधे संपर्क के माध्यम से जर्मन शब्दों को अवशोषित किया। 

पीटर द ग्रेट के युग में , फ्रांस के साथ घनिष्ठ संपर्कों ने फ्रांसीसी से अनगिनत ऋण शब्द और कैल्क आमंत्रित किए , जिनमें से कई न केवल बच गए बल्कि पुराने स्लावोनिक ऋणों को भी बदल दिया। 
_______ 
19वीं शताब्दी में, रूसी ने अधिकांश साहित्यिक स्लाव भाषाओं को किसी न किसी माध्यम से प्रभावित किया।
भेदभाव-
प्रोटो-स्लाविक भाषा लगभग 500 ईस्वी तक अस्तित्व में थी ।
___________
 7 वीं शताब्दी तक, यह बड़े द्वंद्वात्मक क्षेत्रों में टूट गया था।

पश्चिम और दक्षिण स्लाव के बाद के टूटने की प्रकृति के बारे में कोई विश्वसनीय परिकल्पना नहीं है। 

पूर्वी स्लाव को आम तौर पर एक पुरानी पूर्वी स्लाव भाषा में परिवर्तित करने के लिए माना जाता है, जो कम से कम 12 वीं शताब्दी तक अस्तित्व में थी।

एक बड़े क्षेत्र में स्लाव लोगों के फैलाव से भाषाई भेदभाव तेज हो गया था, जो मध्य यूरोप में स्लाव-भाषी बहुमत की वर्तमान सीमा से अधिक था। 9वीं, 10वीं और 11वीं शताब्दी के लिखित दस्तावेज पहले से ही कुछ स्थानीय भाषाई विशेषताओं को प्रदर्शित करते हैं।

 उदाहरण के लिए, फ्रीजिंग पांडुलिपियां एक ऐसी भाषा दिखाती हैं जिसमें कुछ ध्वन्यात्मक और शाब्दिक तत्व शामिल हैं जो स्लोवेनियाई बोलियों के लिए विशिष्ट हैं।

 (उदाहरण के लिए रोटासिज्म , शब्द क्रिलाटेक आदि-)। फ्रीजिंग पांडुलिपियां स्लाव भाषा में पहली लैटिन-लिपि निरंतर पाठ हैं।

बीजान्टिन साम्राज्य की घटती सदियों में बाल्कन में स्लाव वक्ताओं के प्रवास ने स्लाव भाषण के क्षेत्र का विस्तार किया, लेकिन इस क्षेत्र में पहले से मौजूद लेखन (विशेषकर ग्रीक) बच गया। 

9वीं शताब्दी में पन्नोनिया में हंगरी के आगमन ने दक्षिण और पश्चिम स्लाव के बीच गैर-स्लाविक वक्ताओं को शामिल किया।

 फ्रैन्किश विजय ने इन दो समूहों के बीच भौगोलिक अलगाव को पूरा किया, साथ ही मोराविया और लोअर ऑस्ट्रिया ( मोरावियन ) में स्लाव और ऑस्ट्रिया में वर्तमान स्टायरिया , कैरिंथिया , पूर्वी टायरॉल के बीच के संबंध को भी तोड़ दिया।

और आधुनिक स्लोवेनिया के प्रांतों में, जहां स्लोवेनिया के पूर्वज पहले उपनिवेश के दौरान बसे थे।

कैसियन और ए० डायबोस के अनुसार स्लाव भाषाओं का नक्शा और वृक्ष
सितंबर 2015 में, एलेक्सी कासियन और अन्ना डायबो ने स्लाव भाषा के एक शब्दावली वर्गीकरण, स्लाव नृवंशविज्ञान के अंतःविषय अध्ययन के एक भाग के रूप में  प्रकाशित किया गया था ।

इसे गुणात्मक 110-शब्द स्वदेश सूचियों का उपयोग करके बनाया गया था, जिन्हें ग्लोबल लेक्सिकोस्टैटिस्टिकल डेटाबेस प्रोजेक्ट  के मानकों के अनुसार संकलित किया गया था और आधुनिक फ़ाइलोजेनेटिक एल्गोरिदम का उपयोग करके संसाधित किया गया था।

परिणामी दिनांकित वृक्ष स्लाव समूह संरचना पर पारंपरिक विशेषज्ञ विचारों का अनुपालन करता है।
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कैसियन-डायबो के पेड़ से पता चलता है कि प्रोटो-स्लाविक पहले तीन शाखाओं में बंटा हुआ था: पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी।

 प्रोटो-स्लाविक ब्रेक-अप लगभग 100 ईस्वी पूर्व का है, जो 1 सहस्राब्दी ईस्वी की शुरुआत में स्लाव आबादी के पुरातात्विक मूल्यांकन से संबंधित है ।

जो एक बड़े क्षेत्र पर फैला हुआ है और पहले से ही अखंड नहीं है। फिर, 5वीं और 6वीं शताब्दी ईस्वी में, इन तीन स्लाव शाखाओं को लगभग एक साथ उप-शाखाओं में विभाजित किया गया, जो पूर्वी यूरोप और बाल्कन के माध्यम से पहली सहस्राब्दी ईस्वी सन् के उत्तरार्ध के दौरान स्लाव के तेजी से प्रसार से मेल खाती है। 
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यूरोप का तथाकथित स्लावीकरण
स्लोवेनियाई भाषा को विश्लेषण से बाहर रखा गया था, क्योंकि ज़ुब्लज़ाना कोइन और साहित्यिक स्लोवेनियाई दोनों दक्षिणी और पश्चिमी स्लाव भाषाओं की मिश्रित शाब्दिक विशेषताओं को दिखाते हैं (जो संभवतः स्लोवेनियाई के पश्चिमी स्लाव मूल को इंगित कर सकते हैं, जो लंबे समय से प्रभावित हो रहे थे। पड़ोसी सर्बो-क्रोएशियाई बोलियाँ), [ मूल शोध? ] और स्लोवेनियाई बोलियों के लिए गुणवत्ता स्वदेश सूचियां अभी तक एकत्र नहीं की गई थीं।

 डेटा की कमी या अविश्वसनीयता के कारण, अध्ययन में तथाकथित पुरानी नोवगोर्डियन बोली, पोलाबियन भाषा और कुछ अन्य स्लाव व्याख्यान भी शामिल नहीं थे।

उपरोक्त कासियन-डायबो के शोध ने रूसी भाषाविद् एंड्री ज़ालिज़्न्याक के निष्कर्षों को ध्यान में नहीं रखा, जिन्होंने कहा कि 11 वीं शताब्दी में नोवगोरोड भाषा कीव भाषा के साथ-साथ अन्य सभी स्लाव भाषाओं से बाद की शताब्दियों की तुलना में बहुत अधिक थी,

 जिसका अर्थ है कि वहाँ था कीवन रस की कोई आम पुरानी पूर्वी स्लाव भाषा नहीं है, जिसमें से यूक्रेनी, रूसी और बेलोरूसियन भाषाएं अलग हो गई हैं, ।
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लेकिन रूसी भाषा नोवगोरोड भाषा और अन्य रूसी बोलियों के अभिसरण के रूप में विकसित हुई है, जबकि यूक्रेनी और बेलोरूसियन संबंधित कीव के विकास की निरंतरता थे और कीवन रस की पोलोत्स्क बोलियाँ'।
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इसके अलावा रूसी भाषाविद् सर्गेई निकोलेव ने स्लाव बोलियों की उच्चारण प्रणाली के ऐतिहासिक विकास का विश्लेषण करते हुए निष्कर्ष निकाला कि किवन रस में कई अन्य जनजातियां विभिन्न स्लाव शाखाओं से आती हैं और दूर की स्लाव बोलियां बोलती हैं। 

ज़ालिज़्न्याक और निकोलेव के बिंदुओं का मतलब है कि विचलन से पहले या एक साथ एक अभिसरण चरण था, जिसे कासियन-डायबो के शोध द्वारा ध्यान में नहीं रखा गया था।
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यूक्रेनी भाषाविद् ( स्टीफन स्माल- स्टॉट्स्की , इवान ओहिएन्को , जॉर्ज शेवेलोव , येवेन टायमचेंको, वसेवोलॉड हंट्सोव, ओलेना कुरीलो) अतीत में किसी भी समय एक आम पुरानी पूर्वी स्लाव भाषा के अस्तित्व से इनकार करते हैं।

उनके अनुसार, पूर्वी स्लाव जनजातियों की बोलियाँ बिना किसी मध्यवर्ती चरणों के सामान्य प्रोटो-स्लाव भाषा से धीरे-धीरे विकसित हुईं।

भाषाई इतिहास-
मुख्य लेख: प्रोटो-स्लाविक तक स्लाव भाषाओं का ऐतिहासिक विकास
यह भी देखें: प्रोटो-स्लाविक
निम्नलिखित प्रोटो-इंडो-यूरोपीय (पीआईई) से मुख्य परिवर्तनों का सारांश है जो प्रोटो-स्लाव भाषा (पीएस) के तुरंत बाद सामान्य स्लाव (सीएस) अवधि तक जाता है।
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सेटमाइज़ेशन :
पाई * , * , * → * , * , * (→ CS * s, * z, * z)
पाई *kʷ, *gʷ, *gʷʰ → *k, *g, *gʰ
रुकी नियम: निम्नलिखित *r, *u, *k or *i, PIE *s → *š (→ CS *x)
आवाज वाले महाप्राणों की हानि : पीआईई *बीʰ, *डीʰ, *जीʰ → *बी, *डी, *जी
*o और *a का विलय: PIE *a/ *o, *ā/ *ō → PS *a, *ā (→ CS *o, *a)
खुले शब्दांशों का नियम : सभी बंद शब्दांश (व्यंजन में समाप्त होने वाले शब्दांश) को अंततः निम्नलिखित चरणों में समाप्त कर दिया जाता है:
Nasalization : *N के साथ या तो *n या *m को इंगित करता है जिसके तुरंत बाद स्वर नहीं आता है: PIE *aN, *eN, *iN, *oN, *uN → *ą, *ę, *į, *ǫ, *ų ( → सीएस *ǫ, *ę, *ę, *ǫ, *y). (नोट: *ą *ę आदि एक अनुनासिक स्वर को इंगित करता है।)
अवरोधक (रोकें या फ्रिकेटिव) + एक अन्य व्यंजन के समूह में, जब तक क्लस्टर शब्द-प्रारंभ में नहीं हो सकता है, तब तक बाधा हटा दी जाती है ।
(बाद में होता है, नीचे देखें) डिप्थोंग का मोनोफथोंगाइजेशन ।
(बहुत बाद में होता है, नीचे देखें ) ।
पहला तालमेल : *k, *g, *x → CS *č, *ž, *š (उच्चारण [ tʃ ] , [ ] , [ ] क्रमशः ) सामने वाले स्वर से पहले (*e, *ē, * i , *ī, *जे)।
Iotation: व्यंजन तुरंत निम्नलिखित * j द्वारा स्वादिष्ट होते हैं:
एसजे, * जेडजे → सीएस * , *
nj, * lj, * rj → CS * , * , * (उच्चारण [nʲ lʲ rʲ] या समान)
tj, *dj → CS *ť, *ď (शायद तालु रुक जाता है , जैसे [c ɟ] , लेकिन भाषा के आधार पर अलग-अलग तरीकों से विकसित हो रहा है)
bj, *pj, *mj, *wj → *bľ, *pľ, *mľ, *wľ ( पार्श्व व्यंजन *ľ बाद में पश्चिम स्लाव में खो जाता है )
स्वर फ़्रंटिंग: *j या किसी अन्य तालु ध्वनि के बाद, पीछे के स्वर सामने होते हैं (*a, *ā, *u, *ū, *ai, *au → *e, *ē, *i, *ī, *ei, *यूरोपीय संघ)। यह संज्ञा और विशेषण घोषणाओं में कठोर / नरम विकल्प की ओर जाता है।
प्रोथेसिस: शब्द-प्रारंभिक स्वर से पहले, *j या *w आमतौर पर डाला जाता है।
मोनोफथोंगाइजेशन : * ऐ, * औ, * ईई, * ईयू, * ū → * , * , * ī, * जेū, * [ɨː]
दूसरा तालमेल : *k, *g, *x → CS *c [ts] , *dz, *ś new *ē से पहले (पहले *ai से)। *ś बाद में *š (पश्चिम स्लाव), *s (पूर्व/दक्षिण स्लाव) में विभाजित हो जाता है।
प्रगतिशील तालु (या "तीसरा तालू"): *k, *g, *x → CS *c, *dz, *ś के बाद *i, *ī कुछ परिस्थितियों में।
स्वर की गुणवत्ता में बदलाव: लंबे / छोटे स्वरों के सभी जोड़े स्वर की गुणवत्ता से भी अलग हो जाते हैं :
ए, * ए → सीएस * ओ, * ए
ई, *ē → सीएस *ई, *ě (मूल रूप से एक लो-फ्रंट साउंड [æ] लेकिन अंततः अधिकांश बोलियों में [यानी] तक बढ़ जाता है, जो अलग-अलग तरीकों से विकसित होता है)
i, *u → CS *ь, *ъ (यह भी लिखा है *ĭ, *ŭ; शिथिल स्वर जैसे अंग्रेजी शब्दों में पिट, डाल )
, *ū, *ȳ → सीएस *i, *u, *y
तरल डिप्थोंग का उन्मूलन : तरल डिप्थोंग (स्वर प्लस *l या *r के अनुक्रम, जब एक स्वर के तुरंत बाद नहीं) को बदल दिया जाता है ताकि शब्दांश खुला हो जाए :
या, *ol, *er, *el → *ro, *lo, *re, *le वेस्ट स्लाविक में ।
या, *ol, *er, *el → *oro, *olo, *ere, *olo पूर्व स्लाव में ।
या, *ol, *er, *el → *rā, *lā, *re, *le दक्षिण स्लाव में ।
संभवतः, *उर, *उल, *इर, *इल → सिलेबिक *आर, *एल, *ř, *ľ (फिर भिन्न तरीकों से विकसित होता है)।
ध्वन्यात्मक स्वर और स्वर लंबाई का विकास (स्वर गुणवत्ता से स्वतंत्र): जटिल विकास ( स्लाव भाषाओं में उच्चारण विकास का इतिहास देखें )।
विशेषताएं
इंडो-यूरोपीय भाषाओं (जैसे जर्मनिक , रोमांस और इंडो-ईरानी ) के अन्य परिवारों की तुलना में स्लाव भाषाएं अपेक्षाकृत सजातीय परिवार हैं । 10 वीं शताब्दी ईस्वी के अंत तक, संपूर्ण स्लाव-भाषी क्षेत्र अभी भी एक एकल, द्वंद्वात्मक रूप से विभेदित भाषा के रूप में कार्य करता है, जिसे सामान्य स्लाव कहा जाता है । अधिकांश अन्य इंडो-यूरोपीय भाषाओं की तुलना में, स्लाव भाषाएं काफी रूढ़िवादी हैं, विशेष रूप से आकृति विज्ञान के संदर्भ में (व्याकरणिक अंतर को इंगित करने के लिए संज्ञा और क्रियाओं को बदलने का साधन)। अधिकांश स्लाव भाषाओं में एक समृद्ध, संलयन आकारिकी होती है जो प्रोटो-इंडो-यूरोपीय के अधिकांश विभक्ति आकारिकी को संरक्षित करती है

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फ़िनिश भाषाएँ
फ़िनिक और स्लाव भाषाओं में कई शब्द समान हैं। पेट्री कल्लियो के अनुसार, इससे पता चलता है कि स्लाव शब्दों को फिनिश भाषाओं में उधार लिया जा रहा है, जैसे कि प्रोटो-फिनिक के रूप में/ कई ऋणशब्दों ने एक फ़िनिकाइज़्ड रूप प्राप्त कर लिया है, जिससे यह कहना मुश्किल हो गया है कि ऐसा शब्द मूल रूप से फ़िनिक है या स्लाव। 

अन्य----
चेक शब्द रोबोट अब दुनिया भर की अधिकांश भाषाओं में पाया जाता है, और पिस्तौल शब्द , शायद चेक से भी कई यूरोपीय भाषाओं में पाया जाता है।

लगभग सभी यूरोपीय भाषाओं में एक प्रसिद्ध स्लाव शब्द वोडका है , जो रूसी водка ( वोदका ) से उधार लिया गया है - जो खुद पोलिश वोडका (साहित्यिक) "छोटा पानी") से उधार लिया गया था, सामान्य स्लाव वोडा (पानी ) संज्ञेय से अंग्रेजी शब्द Water-) कम अंत " -का " के साथ.

उत्तरी रूस के साथ मध्यकालीन फर व्यापार के कारण, रूसी से पैन-यूरोपीय ऋण में सेबल जैसे परिचित शब्द शामिल हैं ।

अंग्रेजी शब्द " वैम्पायर " उधार लिया गया था (शायदफ्रेंच वैम्पायर ) जर्मन वैम्पायर से , बदले में सर्बियाई (вампир )-(वैम्पायर) से लिया गया है , जो प्रोटो - स्लाविक * pyrь जारी है.

 हालांकि पोलिश विद्वान के. स्टैचोव्स्की ने तर्क दिया है कि इस शब्द की उत्पत्ति प्रारंभिक स्लाव * vąpěrь है।
____________
 तुर्किक ओबिर को लौटें ।  अंग्रेजी सहित कई यूरोपीय भाषाओं ने पोल्जे शब्द (जिसका अर्थ है "बड़ा, सपाट मैदान") सीधे पूर्व यूगोस्लाव भाषाओं (यानी स्लोवेन  ) से लिया है।

क्रोएशियाई , और सर्बियाई ) 20 वीं शताब्दी में यूएसएसआर के उदय के दौरान , दुनिया भर में कई और रूसी शब्द ज्ञात हो गए:।
______               
 दा , सोवियत , स्पुतनिक , पेरेस्त्रोइका , ग्लासनोस्ट , कोल्खोज़ , आदि।

 एक और उधार लिया गया रूसी शब्द समोवर (साहित्यिक- "सेल्फ-बॉयलिंग") है।
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विस्तृत सूची-
स्लाव भाषाओं के लिए निम्नलिखित पेड़ स्लाव भाषाओं के लिए एथनोलॉग रिपोर्ट से निकला है इसमें आईएसओ 639-1 और आईएसओ 639-3 कोड शामिल हैं जो जहां उपलब्ध हैं।
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चर्च स्लावोनिक भाषा , ओल्ड ईस्ट स्लावोनिक और अन्य क्षेत्रीय रूपों के रूपों द्वारा मूल शब्दावली के महत्वपूर्ण प्रतिस्थापन के साथ ओल्ड चर्च स्लावोनिक की विविधताएं हैं ।


Etymology

From Proto-Italic *əngʷnis, from Proto-Indo-European *h₁n̥gʷnís (fire). Cognate with Sanskrit अग्नि (agní)Hittite 𒀀𒀝𒉌𒅖 (akniš) (an Indo-Iranian borrowing), Old Church Slavonic огнь (ognĭ) and Old Prussian ugnis.

Pronunciation

_______    

Reconstruction:Proto-Indo-European/wódr̥

Proto-Indo-European-

Etymology-

From *wed- (water) +‎ *-r̥ (r/n-stem suffix).

Noun-

*wódr̥ n

  1. water

Inflection-

Older acrostatic pattern:

more ▼Athematic, acrostatic
singularcollective
nominative*wódr̥*wédōr
genitive*wédn̥s*udnés

Later proterokinetic pattern:

more ▼Athematic, proterokinetic
singularcollective
nominative*wódr̥*wédōr
genitive*udéns*udnés

Descendants-


"दुहितृ-दुहिता-पुत्री (सं.)

daughter (n.)

१-Middle English= doughter

२-from Old English= dohtor "female child.

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considered with reference to her parents,"

३-from Proto-Germanic= dokhter, earlier *dhutēr 

४-(source also of Old Saxon= dohtar, ५-Old Norse= dóttir

६-Old Frisian and Dutch =dochter,

 ७-German= Tochter

८-Gothic =dauhtar), from 

९-PIE *dhugheter (source also of 

१०-Sanskrit= duhitar-

 ११-Avestan =dugeda-

१२-Armenian dustr

१३-Old Church Slavonic dušti,

१४- Lithuanian duktė

१५Greek =thygater). 

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यह शब्द मध्य अंग्रेज़ी में (doughter) जो, पुरानी अंग्रेज़ी में dohtor है।

 "महिला बच्चे को उसके माता-पिता के संदर्भ में माना जाता है।

प्रोटो-जर्मनिक से -dokhter, पूर्व* dhutēr(ओल्ड सैक्सन का स्रोत भी) 

dohtar, ओल्ड नोर्स dóttir, पुराना पश्चिमी और डचdochter, जर्मनTochter, गोथिकdauhtar), पीआईई . से*dhugheter(संस्कृत का स्रोत भीduhitar-, अवेस्तानीdugeda-, अर्मेनियाईdustr, ओल्ड चर्च स्लावोनिकdušti, लिथुआनियाईduktė, ग्रीक thygater) आम इंडो-यूरोपीय शब्द, सेल्टिक और लैटिन में खो गया है ।

_____
 
brother (noun)
Old English= broþor, it word from Proto-Germanic =*brothar (source also of Old Norse= broðir,
 Danish =broder, 
Old Frisian= brother,
 Dutch= broeder,
 Old High German= bruodar, 
German= Bruder, 
Gothic =bróþar), from PIE root *bhrater-.


 
A stable word across the Indo-European languages (Sanskrit bhrátár-, भ्रातृ:
Greek= phratér,
 Latin =frater, etc.). Hungarian =barát is from Slavic; 

Turkish= birader is from Persian.

In the few cases where other words provide the sense, it is where the cognate of brother had been applied widely to "member of a fraternity," 

or as an appellation of a monk (Italian= fra, Portuguese= frade, Old French= frere), or where there was need to distinguish
 "son of the same mother" from "son of the same father."
 For example Greek adelphos, which probably originally was an adjective with phrater and meant, specifically, "brother of the womb" or "brother by blood," and became the main word as phrater became "one of the same tribe." Spanish hermano "brother" is from Latin germanus "full brother" (on both the father's and mother's side); 

Middle English also had brother-german in this sense.

Meaning "male person in relation to any other person of the same ancestry" in English is from late 14c. Sense of "member of a mendicant order" is from c. 1500. As a familiar term of address from one man to another, it is attested from 1912 in U.S. slang; the specific use among blacks is recorded from 1973.

भाई (संज्ञा)
पुरानी अंग्रेज़ी = भाई, यह प्रोटो-जर्मेनिक से शब्द = * भाई (पुराना नॉर्स का स्रोत = ब्रोइर,
 दानिश = भाई,
पुराना पश्चिमी = भाई,
 डच = दलाल,
 ओल्ड हाई जर्मन = ब्रूडर,
जर्मन = ब्रूडर,
गोथिक =ब्रोजर), पीआईई रूट से *भ्राटर-।


 
इंडो-यूरोपीय भाषाओं में एक स्थिर शब्द (संस्कृत भ्रातार-, भ्रातृ:
ग्रीक = फ्रेटर,
लैटिन = भाई, आदि)। हंगेरियन =barát स्लाव से है;

तुर्की = बिरादर फारसी से है।
_______

son (n.)

Old English= sunu "son, 

descendant," from Proto-Germanic =sunus (source also of Old Saxon and Old Frisian =sunu

Old Norse =sonr, Danish =søn, Swedish =son, Middle Dutch= sone, Dutch= zoon, Old High German =sunu, German =Sohn, Gothic= sunus "son"). 

The Germanic words are from PIE –su(e)-nu- "son" (source also of Sanskrit sunus,सूनु:

 Greek= huios,  Avestan =hunush, Armenian =ustr, Lithuanian= sūnus, Old Church Slavonic =synu

Russian and Polish= syn "son"), a derived noun from root *seue- (1) "to give birth" (source also of Sanskrit =sauti "gives birth," Old Irish =suth "birth, offspring").



सूर्य (सं.)


पुरानी अंग्रेज़ी में= (sunne)ये भी प्रोटो-जर्मेनिक से "सूर्य"*sunno(पुराना नॉर्स, ओल्ड सैक्सन, ओल्ड हाई जर्मन का भी स्रोत)sunna, मध्य डचsonne, डचzon, जर्मनSonne, गोथिकsunno"सूर्य"), PIE  से*s(u)wen-, जड़ का वैकल्पिक रूप *sawel-"सूरज।"

पुरानी अंग्रेज़ीsunneस्त्रीलिंग थी (जैसा कि आमतौर पर जर्मनिक में), और स्त्री। 16c तक अंग्रेजी में सर्वनाम का उपयोग किया जाता था; तब से मस्क. हावी हो गया है। सम्राटon which the sun never sets(1630) मूल रूप से स्पेनिश थे, बाद में ब्रिटिश। प्रतिhave one's place in the sun(1680) पास्कल से है"Pensées"; जर्मन साम्राज्यवादी विदेश नीति की भावना (1897) वॉन बुलो के एक भाषण से है।

सूर्य (वि.)

1510s, "धूप में कुछ सेट करने के लिए," सेsun(एन।)। अकर्मक अर्थ "खुद को सूरज के सामने उजागर करना" सी से दर्ज किया गया है। 1600.Sun-bathingसी से प्रमाणित है। 1600.

__________

कुछ मामलों में जहां अन्य शब्द अर्थ प्रदान करते हैं, यह वह जगह है जहां भाई की संज्ञा को व्यापक रूप से "एक बिरादरी के सदस्य" के लिए लागू किया गया था।

या एक भिक्षु के पदवी के रूप में (इतालवी = एफआर, पुर्तगाली = फ्रैड, पुरानी फ्रांसीसी = फ़्रेरे), या जहां भेद करने की आवश्यकता थी
"एक ही माता का पुत्र" से "एक ही पिता का पुत्र"।
 उदाहरण के लिए ग्रीक एडेलफोस, जो शायद मूल रूप से फ्रेटर के साथ एक विशेषण था और जिसका अर्थ था, विशेष रूप से, "गर्भ का भाई" या "रक्त से भाई", और मुख्य शब्द बन गया क्योंकि फ्रेटर "उसी जनजाति में से एक" बन गया। स्पेनिश हर्मेनो "ब्रदर" लैटिन जर्मनस "फुल ब्रदर" (पिता और माता दोनों की ओर से) से है;

इस अर्थ में मध्य अंग्रेजी में भाई-जर्मन भी थे।

अंग्रेजी में मतलब "एक ही वंश के किसी अन्य व्यक्ति के संबंध में पुरुष व्यक्ति" 14c के अंत से है। "एक भिक्षुक आदेश के सदस्य" की भावना सी से है। 1500. एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को संबोधित एक परिचित शब्द के रूप में, यह 1912 से यू.एस. कठबोली में प्रमाणित है; अश्वेतों के बीच विशिष्ट उपयोग 1973 से दर्ज किया गया है

 ______________
प्रोटो-स्लादिलचस्प दावा इसकी पुष्टि करने वाला कोई विश्वसनीय स्रोत नहीं है। शायद ही पता चले, जहां आपने वह जानकारी ली थी, यह भाषाई प्रमाण पर आधारित सर्वसम्मति की तुलना में कुछ अंतर-स्लाविक, अधिक सहज भावनाओं की सहमति से किया जा सकता है।

 स्लाव भाषाओं का मूल प्रारंभिक मध्य युग (पश्चिम में स्लाव लोगों के प्रवास की अवधि) के दौरान बोली जाने वाली प्रोटो-स्लाविक नामक एक प्रोटो-भाषा से उतरना माना जाता है।

 स्लाव भाषाओं को तीन उपसमूहों में विभाजित किया गया है: पूर्व, पश्चिम और दक्षिण, जो एक साथ 20 से अधिक भाषाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं: रूसी, बेलारूसी और यूक्रेनी (पूर्वी समूह), पोलिश, चेक, सोरबियन और स्लोवाक (पश्चिम समूह) और बल्गेरियाई और मैसेडोनियन (दक्षिण समूह की पूर्वी बोलियाँ), और सर्बो-क्रोएशियाई और स्लोवेन (दक्षिण समूह की पश्चिमी बोलियाँ)।

चेक और स्लोवाक भाषा का मूल पूर्व "ग्रेट मोराविया"´ (चेकिया, स्लोवाकिया, हंगरी, भाग के क्षेत्र में पहला स्लाव राज्य) के संयुक्त क्षेत्र में पहली सहस्राब्दी ईस्वी की पिछली शताब्दियों की पुरानी स्लावोनिक भाषा में है। जर्मनी और पोलैंड और आज के ऑस्ट्रिया के छोटे हिस्से), जहां स्लाव लिखित शिक्षा का प्रारंभिक चरण शुरू हुआ, बाद में ग्रेट मोराविया से मध्य युग में पूरे स्लाव दुनिया में फैल गया। 


चेक और स्लोवाक भाषाएं पश्चिम स्लाव भाषाओं के भीतर चेक-स्लोवाक उपसमूह बनाती हैं।

औपचारिक स्लोवाक भाषा का विकास 19वीं शताब्दी में समाप्त हो गया था (15वीं से 19वीं शताब्दी तक आज के स्लोवाकिया के क्षेत्र में औपचारिक भाषा में से एक पुरानी चेक भाषा भी थी (कभी-कभी एक आधिकारिक चर्च भाषा भी होती है, जिसे बाद में तथाकथित " पुनर्जीवित चेक"), जो स्थानीय बोलियों की खेती के आधार पर स्लोवाक औपचारिक भाषा के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भाग लेने वाला कारक था। 

तथ्य यह है कि उन बोलियों ने किसी तरह कुछ पुराने शब्दों को संरक्षित किया है जो प्रश्न में दावे का कारण हो सकता है, लेकिन व्याकरणिक नियमों का नवाचार किया गया था।

सांस्कृतिक स्लोवाक भाषा को औपचारिक भाषा के रूप में स्थापित करने की प्रक्रिया बहुत जटिल और विभेदित थी: यह मुद्रित और लिखित ग्रंथों के क्षेत्र में भिन्न थी।

_________________

प्रस्तुति करण - यादव योगेश कुमार "रोहि*"
सम्पर्क8077160219

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