मंगलवार, 13 सितंबर 2022

शृण भारत वक्ष्यामि भारावतरणं तथा ।कुरुक्षेत्रे प्रभासे च क्षपितं योगमायया।१॥व्यासदेव ने कहा: हे भरत के वंशज, कृपया मुझे सुनें क्योंकि मैं बताऊँगा हूं कि कुरुक्षेत्र और प्रभास क्षेत्र मैं कैसे प्रभु ने पृथ्वी काल भार उतारा ।।1।।इति श्रमिद्देवीभागवते महापुराणेऽष्टादशसाहस्र्यां संहितायां चतुर्थस्कन्धे कृष्णावतारकथोपक्रमवर्णनं नाम विंशोऽध्यायः ॥ २० ॥


देवी भागवत पुराण/स्कंद 0४
















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