बुधवार, 10 जून 2020

जिन्दगी है-- सफर ---तन्हाई का ,आश के पढ़ाव-- यहांँ अभी हैं कई ...

जिन्दगी है-- सफर ---तन्हाई का ,
आश के पढ़ाव-- यहांँ अभी हैं कई 

जिन्दगी है सफर ---तन्हाई का ,
आश के पढ़ाव-- यहांँ अभी हैं कई
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रास्ते मिट गये कहीं अपने सभी ।
मंजिलो से बडी ये दूरी है ।
जिन्दगी है सफर ---तन्हाई का ....
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पास एहशास, तजुरुबों-- की सदा 
होके रहता है जो किस्मत में बदा--
पास एहशास, तजुरुबों ---की सदा ।
होके रहता है जो किस्मत में बदा
 ।।
किस्मतें भी बनी कर्मों से तेरे ।
जिन्दगी पे भार जन्मों से लदा ।।

जिन्दगी पे भार जन्मों से लदा ।।
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जिन्दगी है सफर ---तन्हाई का ,
आश के पढ़ाव यहांँ अभी हैं कई ।

जिन्दगी है सफर ---तन्हाई का ,
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कहीं संचित कहीं प्रारब्ध-- है ये ।
कर्म क्रियमाण के  दो शब्द हैं ये।।
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कहीं संचित कहीं प्रारब्ध है ये ।
कर्म क्रियमाण के  दो शब्द हैं ये।।

श्वाँस धड़कन से यो मिलके के चले ...
अक्श परछाँइयों सा उपलब्ध है ये
अक्श परछाँइयों सा उपलब्ध है ये
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जिन्दगी है ---सफर ---तन्हाई का ,
आश के पढ़ाव यहांँ अभी हैं कई
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जिन्दगी है सफर ---तन्हाई का ,
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मेरे चहरे पे जो मुस्कराहट है ।
ये न समझो  सुखों की आहट है ।

मेरे चहरे पे जो मुस्कराहट है ।
ये न समझो  सुखों की आहट है ।
हम ग़मों को दबा के तौर पिऐं 

अन्यथा द़िल में छटपटाहट है ।
अन्यथा द़िल में छटपटाहट है ।

जिन्दगी है- सफर ---तन्हाई का ,
आश के पढ़ाब यहांँ अभी हैं कई ।

जिन्दगी है- सफर ---तन्हाई का ,


जिन्दगी है सफर ---तन्हाई का ,


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