सजातीय शब्द, जिन्हें अंग्रेजी में काग्नेट (cognate) शब्द कहा जाता है, भिन्न भाषाओं के वे शब्द होते हैं जो अलग भाषाओं से होने के बावजूद एक ही प्राचीन जड़ रखते हैं। इस कारण से इन शब्दों को जिनका रूप और अर्थ अक्सर मिलता-जुलता होता है सजातीय शब्द कहते हैं, हालाँकि ये आवश्यक नहीं है कि उनका अर्थ बिल्कुल सामान हो। उदहारण के रूप में मातृ (संस्कृत), मादर (फ़ारसी), मातर (लातिन) और मदर (अंग्रेजी) का रूप सामान सा है और सब का अर्थ माँ है क्योंकि यह सारी भाषाएँ एक ही आदिम-हिन्द-यूरोपीय (Proto-Indo-European) भाषा से उपजी संतानें हैं। अन्य उदाहरण संपादित करें सूखा (हिन्दी) शुष्क (संस्कृत) ख़ुश्क़ (फ़ारसी) मधु (हिन्दी, संस्कृत) मद (फ़ारसी, مد) और मय (फ़ारसी, مے) मीड (अंग्रेजी, mead) पति (हिन्दी, संस्कृत; अर्थ - मालिक) पैती (अवस्ती फ़ारसी) पोतिस (यूनानी, πότης, अर्थ - मालिक) पोतिस (लातिनी, potis, अर्थ -शक्ति) पोटेंट (अंग्रेजी, potent, अर्थ - शक्तिशाली) और पोटेंशियल (अंग्रेजी, potential, अर्थ - अन्तर्निहित शक्ति) अन्तिम उदाहरण में देखा जा सकता है के कैसे इस शब्द का अर्थ संस्कृत, अवस्ती और यूनानी में तो "मालिक" का ही रहा लेकिन लातिनी और अंग्रेजी में ज़रा सा बदलकर "शक्तिशाली" बन गया।[1खोजें
संपादित करेंइस पृष्ठ का ध्यान रखेंकिसी अन्य भाषा में पढ़ें
पति
पति बहुत-सी हिन्द-ईरानी भाषाओँ में 'स्वामी' या 'मालिक' के लिए एक शब्द है। यह संस्कृत, हिन्दी, अवस्ताई फ़ारसी और बहुत सी अन्य भाषाओँ में देखा जाता है।[1] इसका स्त्रीलिंग रूप 'पत्नी' है, जिसका अर्थ 'स्वामिनी' या 'मालकिन' निकलता है। यह शब्द अक्सर दुसरे शब्दों के पीछे स्वामित्व दिखने के लिए जोड़ा जाता है, जैसे कि 'लखपति', 'सेनापति' और 'क्षेत्रपति'।[2] आधुनिक हिन्दी, नेपाली, बंगाली और अन्य हिन्द-आर्य भाषाओँ में अकेले 'पति' शब्द का अर्थ 'शौहर' होता है और 'पत्नी' का अर्थ 'बीवी'।[2] यह 'दम्पति' जैसे शब्दों में भी प्रयोग होता है, जिसका अर्थ है 'घर के मालिक-मालकिन'।
शब्दोत्पत्ति और सजातीय शब्द संपादित करें
माना जाता है कि 'पति' शब्द अति-प्राचीन है और आदिम हिन्द-यूरोपीय भाषा से उत्पन्न हुआ था।[3] अवस्ताई भाषा जैसी प्राचीन ईरानी भाषाओँ में भी 'दमन-पैति' जैसे शब्द थे, जो संस्कृत के 'दम्पति' शब्द का सजातीय शब्द है। 'पति' के सजातीय शब्द बहुत सी हिन्द-यूरोपीय भाषाओँ में मिलते हैं। मसलन अंग्रेज़ी का एक शब्द 'डॅस्पॉट' (despot) है, जो यूनानी भाषा के δεσ-πότης (देस-पोतिस) से विकसित हुआ है। यूनानी में इसका अर्थ 'मालिक, स्वामी, शासक' हुआ करता था और अंग्रेज़ी में इसका मतलब बदलकर 'तानाशाह' हो गया है।[1] लातिनी भाषा में इस 'पोती' का अर्थ यूनानी और संस्कृत से ज़रा बदल गया और 'स्वामी' कि जगह इसका अर्थ 'क्षमता' बन गया। यह अर्थ-परिवर्तन भाषाविज्ञान में 'संज्ञा से विशेषण बन जाने के परिवर्तन का उदाहरण' बुलाया गया है। इस से अंग्रेज़ी के पोटेंट (potent, यानि 'शक्तिशाली'), पोटेंशियल (potential, यानि 'क्षमता') और पोटेंटेट (potentate, यानि 'शासक') शब्द आये हैं।[4] यूरोप की लिथुएनियाई भाषा में 'पत्स' (pats) शब्द का अर्थ हिन्दी के 'पति' की तरह ही 'शौहर' होता है।[4]
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें