★-"इतिहास के बिखरे हुए पन्ने"-★
गुरुवार, 29 फ़रवरी 2024
अरे मन इस संसार में भाँति भाँति के लोग, कुछ तो औषधि तुल्य हैं कुछ कैंसर जैसे रोग डर मनुष्य को सावधान करता है। और शंकाऐं चिन्तित !
अरे मन इस संसार में भाँति भाँति के लोग,
कुछ तो औषधि तुल्य हैं
कुछ कैंसर जैसे रोग
डर मनुष्य को सावधान करता है। और शंकाऐं चिन्तित !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें