मंगलवार, 26 मई 2020

तर्ज लम्बी जुदाई( दु:खड़े --जमाने में --यों हजारों ----मिटेंगे नहीं ये ---जो ख़ुद 'ना विचारों ---रहेगी तबाई ---- मेरे भाई--मेरे भाई ईईई---हाय रहेगी तबाई

दु:खड़े --जमाने में --यों हजारों ----
मिटेंगे नहीं ये ---जो ख़ुद 'ना विचारों ---

रहेगी तबाई ---- मेरे भाई--मेरे भाई ईईई---
हाय रहेगी तबाई

जीवन सपनों का ---
उप हा-हार --हे भगवन् 
बड़ी लम्बी तन्हा८८ई -- 
लम्बी तन्हा८८ई --

मुशीबत में आयी तेरी याद--
प्रभु आयी ---
लम्बी तन्हा८८ई --

जीवन सपनों का ---
उप हा-हार --हे भगवन् 
बड़ी लम्बी तन्हा८८ई -- 
लम्बी तन्हा८८ई --
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जो फर्जों को भुले --वो हकों को कबूले ---
इस मर्ज के सताये जो --वो साँसें बसूले ।
इस मर्ज के सताये जो वो --वो साँसें बसूले 

जिसे कर्ज 'ने सताया ---- जिसे मर्ज'ने दबाया- उसकी क्या दबाई ईई ।
हाय रहेगी तबाई !

जीवन सपनों का ---
उप हा-हार --हे भगवन् 
बड़ी लम्बी तन्हा८८ई -- 
लम्बी तन्हा८८ई --
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शरीफों को कमजोर --
और मोमिनों को ज़ाहिल ।
मोमिनों को ज़ाहिल ।

सादिकों को पागल --
 समझते हैं संग-दिल !
समझते हैं संग-दिल !

अपनी हालत पर ही -- अपनी हालत पर ही सबको -
जीना है भाई
 जीना है भाई- 
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जीवन सपनों का ---
उप हा-हार --हे भगवन् 
बड़ी लम्बी तन्हा८८ई -- 
लम्बी तन्हा८८ई --
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खामोशियों के पल में 
चल दे आगे जो पढ़ावों से --
चल दे आगे जो पढ़ावों से --

नसीबों का है सब मंजर 
कुछ नहीं होता  झूँठे दावों से –
कुछ नहीं होता  झूँठे दावों से –



जीवन सपनों का ---
उप हा-हार --हे भगवन् 
बड़ी लम्बी तन्हा८८ई -- 
लम्बी तन्हा८८ई --

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