★-"इतिहास के बिखरे हुए पन्ने"-★
शनिवार, 20 जनवरी 2024
तस्यैव च सुवृत्तस्य पुत्रकामस्य धीमतः ।मधुमत्यां सुतो जज्ञे यदुर्नाम महायशाः ।। ४४ यदु की सिद्धान्त हीन उत्पत्ति-
तस्यैव च सुवृत्तस्य पुत्रकामस्य धीमतः ।
मधुमत्यां सुतो जज्ञे यदुर्नाम महायशाः ।। ४४
श्रीमहाभारते खिलभागे हरिवंशे विष्णुपर्वणि विकद्रुवाक्यं नाम सप्तत्रिंशोऽध्यायः ।। ३७ ।।
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