गरीबों और वंचितो के
हम हिमायती उनके हितों के
आप हमारे भाई हो
केवल जालिमों से हमारी लड़ाई हो
हम यही संकल्प करते हैं
आप हमारे प्रति आश्वस्त रहें
पूरे बन्दोवश्त रहें
अय्याशों को हम फाड़ेगे
उनके घमण्ड को झाड़ेगे
हम शेर नहीं वीरों की पहचान हैं
हम अहीर गोभक्त और किसान हैं
गूजर जाट और अहीर
नहीं मिलेगें एैसे वीर ..
हम जब फाड़ेगे तो क्यों दहाड़गे
केवल सत्य का झण्डा गाड़ेगे
वो दिन भी अब दूर नहीं हैं
हम अब मजबूर नहीं हैं
नारीयाँ यहाँ की मादर ए वतन
नहीं होने दे़गे इनका पतन ...
बलात्कार के समर्थको
जितना बकना है बको
अरे तुम तो पैदाईश ही बलात्कार की हो
क्यो ना छाया तुम पे सरकार की हो
लोक तन्त्र अब रहे न रहे
पर सम्मान नारी का होगा
अन्त हर व्यभिचारी का होगा
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यादव योगेश कुमार "रोहि"
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