बुधवार, 26 अप्रैल 2017
हलाला
हलाला का उद्देश्य पति पत्नी में सुलह कराना नहीं, बल्कि तलाक दी गयी औरत से वेश्यावृत्ति करना है, जो इन हादिसों से साबित होता है….
-“आयशा ने कहा कि रसूल के पास रिफ़ा अल कुरैजी कि पत्नी आई और बोली, रीफा ने मुझे तलक दे दिया था और मैंने अब्दुर रहमान बिन अबू जुबैर से शादी कर ली, लेकिन वह नपुंसक है, अब मैं वापिस रिफ़ाके पास जाना चाहती हूँ। रसूल ने कहा जब तक अब्दुर रहमान तुम्हारे साथ विधिवत सम्भोग नहीं कर लेता , तुम रिफ़ा के पास वापिस नहीं जा सकती।
“إلا إذا كان لديك علاقة جنسية كاملة مع ”
Bukhari, Volume 7, Book 63, Number 186
-“उम्मुल मोमिनीन आयशा ने कहा कि एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी से तीन बार तलाक कह दिया, और फिर से अपनी पत्नी से शारीरिक सम्बन्ध बनाने की इच्छा प्रकट की। रसूल ने कहा ऐसा करना बहुत बड़ा गुनाह है.. और जब तक उसकी पत्नी किसी दुसरे मर्द का शहद और वह उसके शहद का स्वाद नहीं चख लेते।
“حتى انها ذاق العسل من الزوج الآخر وذاقه العسل لها ”
Abu Dawud, Book 12, Number 2302
5 – हलाला व्यवसाय
जिन मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में पति पत्नी में झगड़े होते रहते हैं, वहां मुल्ले मुफ्ती अपने दफ्तर बना लेते हैं और साथ में दस बीस मुस्टंडे भी रखते हैं। इनका काम फतवे देना होता है। चूँकि इस विज्ञानं के युग में नेट, फोन, और फेक्स जैसे साधन सामान्य है, और उन्ही के द्वारा तलाक देने का रिवाज हो चला है। कई बार मेल या फेक्स से औरत को तलाक की सूचना नहीं मिलती फिर भी मुल्ले तलाक मानकर हलाला तय कर देते हैं।
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